आखिर क्यों कहा इमरान खान ने कि उनकी हत्या की साजिश हो रही है जानिए वजह
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ने दावा किया कि उनकी हत्या की साजिश पाकिस्तान और विदेशों में रची जा रही है। पंजाब प्रांत के सियालकोट में एक बड़ी रैली में इमरान खान ने कहा कि उन्हें कुछ दिन पहले इस साजिश के बारे में पता चला और अगर उन्हें कुछ हुआ तो लोगों को वीडियो संदेश के जरिए अपराधियों के बारे में पता चल जाएगा। उसने हाल ही में रिकॉर्ड किया है और एक सुरक्षित स्थान पर रखा है।
रैली में इमरान खान ने कहा कि मेरी जान लेने की साजिश चल रही है। मुझे इस साजिश की पूरी जानकारी कुछ दिन पहले ही मिली थी। मेरे खिलाफ देश-विदेश में बंद कमरों में साजिश रची जा रही है। मैंने इस साजिश के बारे में एक वीडियो रिकॉर्ड किया है, जिसमें इसमें शामिल सभी लोगों का नाम लिया गया है। अगर मुझे कुछ होता है तो लोगों को पता चल जाएगा कि इस साजिश के पीछे कौन थे।
इमरान खान ने अपनी सरकार गिर जाने के लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि उन्होंने सैन्य प्रतिष्ठान से हस्तक्षेप करने और अपनी सरकार को बचाने के लिए कहा था लेकिन उसने कुछ नहीं किया। हम पैगंबर के अनुयायी हैं और हम कभी किसी महाशक्ति के सामने नहीं झुकेंगे। हम कभी नहीं डरते।खान ने रैली में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ, पीपीपी के आसिफ अली जरदारी और जेयूआई-एफ के मौलाना फजलुर रहमान पर निशाना साधा साथ ही उनको चेतावनी दी कि आजादी आंदोलन में बाधा न बनें।
इमरान खान के भाषण पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए, पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि खान अब लोगों की सहानुभूति पाने के लिए अपनी हत्या की यह फर्जी कहानी लेकर आए हैं। साथ ही कहा कि इस शख्स ने करीब चार साल सत्ता में रहने के बावजूद कुछ नहीं सीखा। अब खान कह रहे हैं कि शायद अमेरिका और उनके विरोधी उनके खिलाफ किसी तरह की साजिश रच रहे हैं। आसिफ ने एक निजी टीवी चैनल को बताया कि पाकिस्तानी राजनीति में इस पागल व्यक्ति की कोई जगह नहीं है।
अपने निष्कासन के बाद से, उन्होंने अपनी सरकार के खिलाफ साजिश रचने के लिए अमेरिका को दोषी ठहराया है, जिसका मौजूदा सरकार ने खंडन किया है। उनकी सरकार को बचाने के लिए कुछ नहीं करने के लिए उनके समर्थकों ने सेना को निशाना बनाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया।
मैंने प्रतिष्ठान वालों के नंबर ब्लॉक कर दिए हैं : इमरान खान
पाक के पूर्व पीएम इमरान खान ने कहा कि प्रतिष्ठान (शीर्ष सैन्य, नौकरशाही व न्यायपालिका के अधिकारी) उन्हें बुला रहे हैं, लेकिन उन्होंने इनका नंबर ब्लॉक कर रखा है। खान ने कहा, जब तक चुनाव तारीखों की घोषणा न हो जाए, वह किसी से भी बात नहीं करेंगे। कहा, मुझे उम्मीद नहीं थी कि अपराधियों को सत्ता में बिठाया जाएगा। क्या इन्हें देश के भविष्य की कोई चिंता नहीं थी। इन्हें सत्ता में लाने से अच्छा होता कि ये दोश पर परमाणु बम गिरा देते। इमरान ने कहा, उन्हें गत वर्ष जून में ही इस साजिश की भनक लग गई थी और कहा, प्रतिष्ठान के साथ मेरे रिश्ते आखिरी दिन अच्छे थे।
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