इंडोनेशिया में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में दिखेगा हिमाचल की कलाकृतियों का जलवा
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दिल्ली। अगले सप्ताह इंडोनेशिया में होने वाले जी 20 शिखर सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश की कलाकृतियों का भी जलवा दिखेगा। दरअसल, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में वैश्विक नेताओं को हिमाचल प्रदेश की विभिन्न कलाकृतियों को उपहार में देंगे। बता दें कि इस सम्मेलन में ही जी20 के नए अध्यक्ष के रूप में भारत के नाम की औपचारिक घोषणा की जाएगी।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले हफ्ते शुरू हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए इंडोनेशिया के दौरे पर जाएंगे। भारत एक दिसंबर को मौजूदा अध्यक्ष इंडोनेशिया से शक्तिशाली समूह जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। इस मौके पर पीएम मोदी भारत की तरफ से दुनिया भर के नेताओं को भेंट देंगे।
जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी की इस कवायद के पीछे दुनियाभर में हिमाचल की कला और संस्कृति को बढ़ावा देना है। इस सम्मेलन में भाग लेने वाले दुनियाभर के नेताओं को पीएम मोदी की तरफ से भेंट दिए जाने वाले उपहारों में चंबा रुमाल, कांगड़ा लघु पेंटिंग, किन्नौरी शॉल, हिमाचली मुखटे, कुल्लू शॉल और कनाल ब्रास सेट शामिल है। सरकार का मानना है कि इस भेंट के जरिए भारत और हिमाचल प्रदेश की संस्कृति संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, जापान, ब्राजील, संयुक्त अरब अमीरात, नीदरलैंड और स्पेन सहित कई देशों में दूर-दूर तक जाएगी।
जी20 समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर सरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
जी20 की अध्यक्षता करेगा भारत
इससे पहले मंगलवार को वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पीएम मोदी ने भारत के G20 प्रेसीडेंसी के लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण किया। वेबसाइट लॉन्चिंग के मौके पर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि एक दिसंबर से भारत G20 की अध्यक्षता करेगा। भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर है इसलिए आज इस समिट की वेबसाइट, थीम और लोगो को लांच किया गया है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर मैं सभी देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आगे कहा कि जी-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, विश्व व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है।
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