कवियत्री व लेखिका डॉ. कविता को मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी पुरस्कार, एक लाख रुपए मिलेंगे पुरस्कार में
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देहरादून। गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर के फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर में रिसर्च एसोसिएट युवा कवियत्री व लेखिका डॉ. कविता भट्ट “शैलपुत्री” को मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी की ओर से अखिल भारतीय आचार्य रामचंद्र शुक्ल (आलोचना) पुरस्कार 2019 के लिए चयनित किया गया है। उनको मध्य प्रदेश संस्कृति विभाग की ओर से एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी।
डॉ. कविता भट्ट की पुस्तक “भारतीय साहित्य में जीवन मूल्य” का चयन अखिल भारतीय आचार्य रामचंद्र शुक्ल (आलोचना) पुरस्कार श्रेणी में हुआ। डॉ. भट्ट अब तक 24 पुस्तकें और सैकड़ों रचनाएं लिख चुकी है। वह कनाडा से प्रकाशित अंतरराष्ट्रीय पत्रिका हिंदी चेतना के परामर्श मंडल के परामर्श मंडल की सदस्य होने के साथ ही हिंदी साहित्य भारती की प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।
वर्ष 2020 में उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद की सलाहकार सदस्य भी मनोनीत किया गया है। उन्होंने चार विषयों में स्नातकोत्तर किया है। दर्शनशास्त्र व योग विषयों में यूजीसी नेट व पीएचडी और महिला सशक्तीकरण विषय में डिप्लोमा किया।
वह उत्तराखंड की पहली महिला हैं जिनको दर्शन शास्त्र विषय में गुणवत्ता परक शोध के लिए भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली की ओर से जूनियर रिसर्च फेलोशिप और यूजीसी की तरफ़ से पोस्ट डॉक्टरल फैलोशिप दी गई।
डॉ.भट्ट के बेटी और हिमालय पर केंद्रित हाइकु काव्य को महाराष्ट्र की सुप्रतिष्ठित कथक नृत्यांगना उर्वी प्राजक्ता सुकी ने प्रसिद्ध संगीतकार हरि प्रसाद चौरसिया के संगीत के साथ कई मंचों पर प्रस्तुत किया है।
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