कांवड़ मेले के चलते बिगड़ा गृहणियों का बजट, आसमान छू रहे सब्जियों के दाम
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हरिद्वार। कांवड़ मेले के दौरान फल और सब्जियों के वाहन चार दिनों से ज्वालापुर मंडी नहीं पहुंच सके। इस कारण मंडी में फल और सब्जियों की कमी बनी हुई है। इससे किचन का बजट बिगड़ गया है। इस कमी के कारण मंडी से बाहर आते ही फल और सब्जी के दाम दोगुने तक महंगे हुए हैं। वहीं उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र में जाम के कारण पिछले दो दिनों से घरेलू गैस सिलेंडर की सप्लाई ठप है।
हरिद्वार में कांवड़ मेले के कारण व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। जाम और हाईवे बंद होने के कारण लोगों को जरूरी सामग्री भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश आदि अन्य राज्यों से फल और सब्जी लेकर ज्वालापुर मंडी पहुंचने वाले वाहन चार दिन से मंडी नहीं पहुंचे हैं। जो छोटे वाहन सब्जी और फल लेकर आ भी रहे हैं, वे घंटों जाम में फंस रहे हैं।
मंडी से बाहर आते ही करेला, खीरा, लौकी, तोरी, भिंडी 100 फीसदी महंगी बिक रही हैं। शिमला मिर्च, बंद गोभी, फूल गोभी 100 से 110 रुपये प्रति किलो में मिल रही है। वहीं फलों में नाखा 150 फीसदी, केला 125 फीसदी, सेब और पपीता 100 फीसदी बढ़े दामों पर मिल रहे हैं। कांवड़ मेला क्षेत्र में केला 80 से 90 रुपये दर्जन तक बिक रहा हैं। कांवड़ियों से मनमर्जी के दाम वसूले जा रहे हैं।
उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र में दो दिन से भारत गैस के बड़े-छोटे वाहन नहीं पहुंच सके हैं। भारत गैस के 500 सिलेंडर पुष्पक गैस एजेंसी से रोजाना उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र में सप्लाई होते हैं। भारत गैस के 20 हजार उपभोक्ता परेशान हैं।
घर का बजट बिगड़ रहा : गृहिणी सरोज, आशा और सारिका का कहना है कि कांवड़ और बरसात के कारण सब्जियां और फल महंगे मिल रहे हैं। महंगाई से गृहिणियों की रसोई का बजट हर महीने बिगड़ जाता है।
सब्जी के दाम
सब्जी मंडी के अंदर बाहर
शिमला मिर्च 70-80 110
गोभी 60 100
बंद गोभी 50 100
भिंडी 15 30
तौरी 10 20
लौकी 10 20
नींबू 50 90
अदरक 45 80
लहसुन 40 60
प्याज 16 25
बैंगन 25 40
केला/दर्जन 40 80-90
नाखा 20 50
सेब 50-100 100-200
पपीता 25 50
नारियल 40 70
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