कानपुर में डेंगू के डंक के सामने धुआं-धुआं हुई फॉगिंग की रणनीति
उत्तर प्रदेश। कानपुर में डेंगू के डंक के सामने फॉगिंग की रणनीति धुआं-धुआं हो गई है। मंगलवार को उर्सला और मेडिकल कॉलेज के माइक्रबायोलॉजी लैब ने रिकॉर्ड 67 नए डेंगू संक्रमितों की रिपोर्ट दी है। इनमें 51 रोगी शहर के हैं और 16 रोगी दूसरे जिलों के हैं। हाउस इंडेक्स-5 से अधिक लार्वा वाले 71 क्षेत्रों की जो सूची सीएमओ ने नगर आयुक्त को दी थी, वहां भी डेंगू के रोगी मिल रहे हैं।
इसका मतलब वहां पर एडीज एजिप्टाई मच्छर मरे नहीं हैं। उर्सला और जीएसवीएम मेडिकल की लैब में 376 सैंपलों की जांच हुई है जिनका पॉजिटिविटी रेट 17.82 फीसदी आया है। नानकारी, चकेरी सरीखे जिन क्षेत्रों में जलभराव ज्यादा है, वहां संक्रमितों की संख्या अधिक है। उर्सला ने शहर के 31 डेंगू संक्रमित रोगियों की रिपोर्ट दी है। इनका एनएस-1 पॉजिटिव आया है।
इसका मतलब है कि सभी रोगियों का संक्रमण अभी ताजा है और एंटी बॉडीज नहीं बनीं। इनमें गोविंदनगर, विजयनगर, मेडिकल कॉलेज कैंपस, अर्मापुर, किदवईनगर, टिकरा, लालबंगला, नानकारी, कश्यपनगर, आरएसपुरम, आवासविकास केशवपुरम, सर्वोदयनगर, बर्रा, शांती डिफेंस कॉलोनी, रेलवे कॉलोनी, सैयदनगर, आर्यनगर, कल्याणपुर क्षेत्र का नारामऊ, रामसिंहकापुरवा आदि क्षेत्र हैं।
इनमें मेडिकल कॉलेज, गोविंदनगर, किदवईनगर सरीखे कई इलाके हैं जहां सघन फॉगिंग कराई गई है। वहां अभी एडीज मच्छर जीवित हैं और लोगों को लगातार डेंगू संक्रमण दे रहे हैं। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज ने इन्हीं क्षेत्रों के हैलट से भेजे गए 20 रोगियों के सैंपल की डेंगू पॉजिटिव रिपोर्ट दी है। आठ डेंगू संक्रमित कानपुर देहात के हैं। इनमें ओपीडी से भेजे गए सैंपल भी शामिल हैं।