प्रदेश में पांच साल से युवा कर रहे पटवारी, लेखपाल बनने का इंतजार, हर बार उम्मीदों पर फिर रहा पानी
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देहरादून। प्रदेश में पांच साल से युवा पटवारी, लेखपाल बनने का इंतजार कर रहे हैं। पहले यह भर्ती अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने निकाली थी, पर परवान नहीं चढ़ पाई। अब राज्य लोक सेवा आयोग इस भर्ती को करा रहा है, जिसका पेपर लीक हो गया। पेपर लीक होने के बाद उम्मीदवारों की उम्मीद फिर डगमगा रही है। प्रदेश में आखिरी पटवारी भर्ती के लिए 2015 में प्रक्रिया शुरू हुई थी। जिलेवार 2016 में भर्ती के विज्ञापन जारी हुए थे, जिससे करीब 464 पद भरे गए थे। भर्ती में शामिल युवाओं को 2018 में ज्वाइनिंग मिल गई थी। इसके बाद से प्रदेश में पटवारी-लेखपाल की नई भर्ती नहीं हुई है।
प्रदेश में पटवारी और लेखपाल के कुल 513 पदों के लिए उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 17 जून 2021 को विज्ञापन जारी किया था। इसकी शारीरिक दक्षता परीक्षा नवंबर 2021 में प्रस्तावित थी, जो कि कोरोना की वजह से नहीं हो पाई थी। फिर पेपर लीक होने के बाद सरकार ने इस भर्ती की जिम्मेदारी सितंबर 2022 को उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को सौंप दी थी। राज्य लोक सेवा आयोग ने पटवारी लेखपाल भर्ती का दोबारा विज्ञापन 14 अक्तूबर को जारी किया था। अबकी यह भर्ती 554 पदों के लिए निकाली गई थी।
इसकी परीक्षा आयोग ने आठ जनवरी को कराई, लेकिन पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई। अब आयोग दोबारा 12 फरवरी को परीक्षा कराने जा रहा, लेकिन उम्मीदवारों की उम्मीदें डगमगा रही हैं। उन्हें डर सता रहा कि दोबारा इतनी मेहनत के बाद परीक्षा देकर भी क्या पारदर्शिता रह सकेगी।
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