बिहार में जेडीयू दफ्तर के बाहर लगे पोस्टर क्या कर रहे हैं इशारा?
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पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष का साझा प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनने की चर्चाओं के बीच पटना में जेडीयू दफ्तर के बाहर कुछ पोस्टर लगे हैं। लगाए गए पोस्टर में जो लिखा है उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि नीतीश कुमार 2024 में विपक्ष के साझा उम्मीदवार होंगे। राजधानी पटना में लगे एक पोस्टर में लिखा है कि प्रदेश में दिखा, देश में दिखेगा और दूसरे पर लिखा है- आश्वासन नहीं, सुशासन।
नीतीश कुमार विपक्ष का चेहरा होंगे या नहीं, इस पर जेडीयू का कहना है कि नीतीश में प्रधानमंत्री बनने के सारे गुण हैं लेकिन वो उम्मीदवार नहीं हैं। लेकिन पटना में जो पोस्टर लगे हैं वो पीएम रेस की ओर इशारा कर रहे हैं। एक पोस्टर में बीजेपी को जवाब देते हुए देखा जा सकता है, जिसमें लिखा है कि नीतीश हैं तो सुशासन है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव बीते बुधवार को पटना आए थे और नीतीश कुमार के साथ एक समारोह में शामिल हुए। वहां पत्रकारों से दोनों नेताओं ने कहा कि 2024 के लिए तीसरा मोर्चा नहीं, मेन मोर्चा बनेगा। हालांकि पीएम कैंडिडेट के सवाल पर केसीआर ने खुलकर कोई बात नहीं की। पत्रकारों के कुरेदने पर भी केसीआर ने कुछ नहीं कहा ,क्योंकि उनका नीतीश के पक्ष में बोल जाना विपक्षी एकजुटता की उनकी या नीतीश की कोशिशों को धक्का होता।
माना जा रहा है कि केसीआर के बिहार दौरे में नीतीश कुमार से मुलाकात के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों में आधार वाले विपक्षी दलों की एकजुटता की कवायद शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि इसके बाद नीतीश कुमार केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ माहौल तैयार करने के साथ ही विपक्षी दलों को गोलबंदी का प्रदर्शन भी करेंगे।
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