महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी नहीं लड़ेंगे राष्ट्रपति चुनाव, अब तक विपक्ष के चार संभावित उम्मीदवारों ने ठुकराया प्रस्ताव
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नई दिल्ली। देश को जुलाई में नया राष्ट्रपति मिलने वाला है। ऐसे में हर किसी की नजर राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवारों के नामों पर टिकी हुई है। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आई है। महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी ने राष्ट्रपति चुनावों के लिए उम्मीदवारी के विपक्ष के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। बता दें कि उनको मिलाकर अब तक विपक्ष के चार संभावित उम्मीदवारों ने विपक्षी पार्टियों का प्रस्ताव ठुकराया है। उन्होंने राष्ट्रपति पद के चुनावों के लिए उम्मीदवार के रूप में अपने नाम पर विचार करने के लिए विपक्षी नेताओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष को राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए राष्ट्रीय आम सहमति बनानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कई और भी नेता होंगे जो इसे मुझसे बेहतर करेंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले संभावना जताई जा रही थी कि महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी विपक्ष से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। इन संभावनाओं को और बल तब मिल गया था जब पश्चिम बंगाल की सीएम और विपक्ष की नेता ममता बनर्जी ने विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाई थी। तब यह भी जानकारी सामने आई थी कि विपक्ष की तरफ से उनको इस बाबत प्रस्ताव भेजा गया है और गोपाल कृष्ण गांधी ने प्रस्ताव पर विचार करने के लिए समय मांगा है। वहीं, आज यानी सोमवार को खुद गोपाल कृष्ण गांधी ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। गौरतलब है कि गोपालकृष्ण गांधी 2017 में विपक्ष से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार थे, तब उन्हें भाजपा के उम्मीदवार वेंकैया नायडू से हार का सामना करना पड़ा था।
गोपाल कृष्ण गांधी से पहले इन नेताओं ने ठुकराया प्रस्ताव
शरद पवार
एच डी देवेगौड़ा
फारुख अब्दुल्ला
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