उत्तराखंड

मौसम में हल्की ठंड के साथ चंपावत के बाजार हुए पहाड़ी सब्जियों से गुलजार

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चंपावत। मौसम में हल्की ठंड के साथ ही चंपावत बाजार पहाड़ी सब्जियों से गुलजार होने लगे हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने वाली सब्जियों की डिमांड लगातार बढ़ रही है। गडेरी, पिड़ालू, मूली की जमकर बिक्री हो रही है। मैदान में बढ़ रही सब्जियों की मांग से पहाड़ी काश्तकारों के चेहरे खिल उठे। यही कारण है कि पहाड़ से सब्जियों की कई प्रजातियां मैदान में बिकने के लिए पहुंचने लगी है।पिड़ालू, गडेरी, मूली की सब्जियां प्रोटीन से भरपूर हैं। यही कारण है कि कोरोना काल में इम्यूनिटी सिस्टम बढ़ाने के लिए भी इन सब्जियों की काफी मांग रही। ठंड के मौसम में पहाड़ी उत्पादों की अधिक डिमांड रहती है। गडेरी में मौजूद पोषक तत्व चेहरे से सबंधित समस्या को ठीक करते हैं। त्वचा पर पड़ी झुर्रियों को भी ठीक करते हैं। इसे खाने से गुर्दे, मांसपेशियां और शरीर की नसें सभी ठीक रहकर काम करती हैं। इसमें मौजूद पोटेशियम शरीर को कमजोरी नहीं आने देता है। वहीं, बाजार में पहाड़ी दाल की भी काफी मांग है।

काश्तकार दीवान सिंह, हरीश सिंह, दीपक, दिनेश ने बताया कि दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, देहरादून, हरिद्वार व अन्य मैदानी क्षेत्रों को जाने वाली प्रवासी भी भर-भरकर सब्जियां लेकर जा रहे हैं। चंपावत जिले के अमोड़ी, स्वाला, बेलखेत, चल्थी, सिन्याड़ी, सूखीढांग आदि क्षेत्रों में सबसे अधिक गडेरी, पिड़ालू, अदरक का उत्पादन होता है। पहाड़ी सब्जियों का उत्पादन करने वाले स्थानीय काश्तकार इन सब्जियों की डिमांड बढ़ने से खुश हैं। मांग अधिक होने से सब्जियों के बढ़िया दाम मिल रहे हैं। कहना है कि इस समय गड़ेरी, पिड़ालू, पालक, मेथी, मूली की सबसे अधिक मांग है। बाजार में कारोबारी भी बिक्री बढ़ने से खुश नजर आ रहे हैं।

यह हैं सब्जियों के दाम

गडेरी- 30 रुपये प्रति किलो

पिड़ालू- 30 रुपये प्रति किलो

अदरक- 30 रुपये प्रति किलो

मूली- आठ से 12 प्रति किलो



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