उत्तराखंड

सरखेत गांव में टूटने लगी परिजनों को अपनों के मिलने की उम्मीद

[ad_1]

देहरादून। सरखेत गांव में मलबे में दबे पांच लोगों का दूसरे दिन भी कुछ पता नहीं चल पाया। जिस घर में पांच लोग दबे थे उसकी खुदाई आंगन तक हो चुकी है, लेकिन मलबे में दबे लोगों का कुछ पता नहीं चल पाया। ऐसे में परिजनों की उम्मीद टूटने लगी है। अब बुधवार को घर के पास की क्यारियों में जमा मलबा में खोजबीन होगी।

सरखेत गांव में पांच लोग मलबे में दब गए थे। सोमवार सुबह से यहां मलबे में दबे लोगों की खोजबीन चल रही है। दो पोकलेन मशीनों से मलबे की खुदाई चल रही है। जिस घर में लोग दबे थे, खुदाई में उस घर के बाथरूम वाला हिस्सा बचा हुआ है। बाकी पूरा घर बह रखा है। जब से खुदाई चल रही है तब से परिजनों ने टकटकी लगा रखी है। अपनों के दर्शन के लिए परिजन बेचैन हैं, लेकिन अब उनकी उम्मीदें भी टूटने लगी हैं। सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान ने बताया कि घर के आंगन तक खुदाई हो चुकी है, लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया। जिस घर में लोग दबे थे, वह पूरी तरह बह रखा है। सिर्फ बाथरूम वाला हिस्सा बचा हुआ है। अब बुधवार को घर के पास की क्यारियों में जमा मलबे को हटाया जाएगा।

छमरोली गांव पहुंची राहत सामग्री
सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान ने समाचार एजेंसी आरएनएस को  बताया कि आपदा से छमरोली गांव में भी नुकसान हुआ है। सोमवार को सरखेत की तरफ से गांव तक पहुंचने की कोशिश की गई, लेकिन गांव के लिए रास्ता नहीं था। मंगलवार को टीम मसूरी से होकर छमरोली पहुंची है। वहां कुछ लोगों को आर्थिक सहायता के साथ ही खाद्यान्न सामग्री बांटी गई है।



[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *