सीधी जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की लापरवाही से नवजात शिशु की हुई मौत, परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल
मध्य प्रदेश। सीधी जिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की लापरवाही से नवजात शिशु की मौत का मामला सामने आया है। जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की एक प्रसूता के परिजनों ने आरोप लगाया है कि नवजात शिशु की मौत डॉक्टरों एवं नर्स की लापरवाही की वजह से हुई। शिशु की मौत से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। लापरवाही को लेकर उनमें आक्रोश भी है।
जिले के मडवास निवासी उमेश कुमार मिश्रा ने बताया कि वे अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए नजदीकी अस्पताल ले गए थे। लेकिन, स्थिति बिगड़ने के कारण डॉक्टरों ने जिला चिकित्सालय सीधी के लिए रेफर कर दिया। मिश्रा ने आरोप लगाया कि जिला चिकित्सालय में लापरवाही के कारण से प्रसूति के तत्काल बाद शिशु की मौत हो गई। मिश्रा ने अस्पताल के चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चे के गले में कट का निशान था। इसकी वजह से उसकी मृत्यु हुई। मिश्रा ने अस्पताल के स्टाफ के खिलाफ लापरवाही का केस दर्ज कराने की बात भी कही।
सीधी जिला अस्पताल में लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है। यहां के डॉक्टर एवं नर्स के कारनामे लगातार उजागर होते रहते हैं। उनकी लापरवाही की वजह से आए दिन किसी न किसी नवजात शिशु या अन्य की मौत की खबरें आती रहती हैं। अस्पताल प्रबंधन पर शासन-प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करता। सिविल सर्जन डॉ. देवेंद्र सिंह की कार्यशैली को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने उक्त मामले में मीडिया के सवालों का कोई उत्तर नहीं दिया। वे मामले से किनारा करते नजर आए।