उत्तराखंड

देहरादून के शराब ठेकों में फर्जीवाड़े का बड़ा खुलासा, 15 हजार की नौकरी करने वाले सेल्समैन पर 3 करोड़ की रिकवरी

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देहरादून। देहरादून में ठेके पर 15 हजार रुपये महीना पर नौकरी करने वाले व्यक्ति की मौत होने के बाद 3.08 करोड़ रुपये की रिकबरी घर पहुंच गई। राजस्व विभाग से रिकबरी पत्र पहुंचा तो उसकी पत्नी हैरान रह गई। आरोप है कि जिस ठेके पर महिला का पति नौकरी करता था, उसके मालिक ने फर्जी हस्ताक्षर कर उसके दस्तावेज पर ठेका आवंटित करा लिया। दस्तावेज ठेके पर रखते वक्त लिए गए थे। ठेका लेते वक्त भी आारोपी ने बैंक गारंटी अपनी लगाई। शहर कोतवाली में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।

शहर कोतवाल विद्याभूषण नेगी ने बताया कि आरती शर्मा निवासी खुड़बुड़ा मोहल्ला की तहरीर पर शराब कारोबारी रामनाथ जायसवाल मूल निवासी ब्ल्यू मैंगो रेस्टोरेंट नाका दालमंडी, फैजाबाद यूपी हाल निवासी फव्वारा चौक, निकट प्रकाश मेमोरियल स्कूल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। महिला के पति अनिल कुमार शर्मा की 30 मार्च 2021 को मौत हो चुकी है। मौत होने के बाद महिला के घर राजस्व विभाग से दो रिकबरी पत्र पहुंचे। एक कारगी चौक और दूसरा डालनवाला शराब ठेके के बकाया का था। दोनों ठेकों की कुल रिकबरी 3.08 करोड़ रुपये की है। 

महिला का आरोप है कि उनके पति ने रामनाथ जायवाला की दुकान पर सेल्समैन के तौर पर काम करते थे। महिला ने नोटिस आने पर जानकारी जुटाई। आरोप है कि रामनाथ ने नौकरी के तौर पर पति के पहचान पत्र से जुड़े दस्तावेज लिए। आरोप है कि उन पर फर्जी हस्ताक्षर कर आबकारी विभाग में 2020 में जमा कर कारगी चौक और डालनवाला का शराब ठेका आवंटित करा लिया। इस दौरान बैंक गारंटी भी जायवाल ने अपने नाम की फैजाबाद की बैंक शाखा में बनाकर लगवाई। आरोप है कि इसके बाद सरकार का राजस्व जमा नहीं किया। 

महिला का आरोप है कि जायवाल ने फर्जीवाड़े से यह सब किया। इसे लेकर महिला ने कोर्ट में अपील की। कोर्ट के आदेश पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। सेल्समैन को ठेकेदार को 10 से 15 हजार रुपये महीना वेतन देते हैं। उधर, ठेका आवंटन के वक्त आबकारी विभाग यह फर्जीवाड़ा क्यों नहीं पकड़ पाया, इसे लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।



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