उत्तराखंड

लंबे समय से रिक्त चल रहे एएनएम स्टाफ नर्स व सीएचओ के पदों पर शीघ्र होगी भर्ती- स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत

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देहरादून। राजकीय मेडिकल कालेजों व अस्पतालों में लंबे समय से रिक्त चल रहे एएनएम, स्टाफ नर्स व सीएचओ के करीब चार हजार से अधिक पद शीघ्र भर लिए जाएंगे। इसके लिए चयन प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए सभी राजकीय मेडिकल कालेजों एवं जिला अस्पतालों में एमआरआइ, सीटी स्कैन, एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड सुविधा व टेक्निकल स्टाफ की नियुक्ति के निर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं।

वहीं, जिला अस्पताल, संयुक्त चिकित्सालयों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों की सहायता एवं अस्पताल की व्यवस्था और बेहतर बनाने के लिए गठित रोगी कल्याण समिति में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य महानिदेशालय में आयोजित समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि स्टाफ नर्स के 2800 पद वर्षवार भरे जाने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए। एएनएम के 824 पदों पर चल रही भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी की जाए। उन्होंने बताया कि एनएचएम के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के 664 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को शीघ्र संपन्न कर लिया जाएगा।

प्रत्येक स्तर की समितियों में सुनिश्चित की जाएगी जनप्रतिनिधियों की भागीदारी

कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की सहायता एवं अस्पतालों के बेहतर संचालन के लिए गठित प्रत्येक स्तर की समितियों में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। जिसमें विधायक, ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य एवं अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि नामित किए जाएंगे। इसके लिए संबंधित समिति के नियमों में संशोधन के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि शासन एवं महानिदेशालय स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों को एक-एक जनपद का भ्रमण करने व आवंटित जनपदों की स्वास्थ्य व्यवस्था का निरीक्षण कर दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट महानिदेशक को सौपेंगे। इसके अलावा राजकीय मेडिकल कालेजों एवं राजकीय चिकित्सालयों में आइपीएचएस मानक के अनुरूप पैरा मेडिकल स्टाफ, टेक्नीकल स्टाफ एवं एमटीएस कार्मिकों के ढांचे का प्रस्ताव तैयार कर कैबिनेट में प्रस्तुत करने के भी निर्देश उन्होंने दिए।

महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में आयोजित किए जाएंगे रक्तदान शिविर

रक्तदान अमृत महोत्सव के अंतर्गत संचालित रक्तदान कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकाधिक रक्तदाताओं के पंजीकरण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक रक्तदान के इच्छुक छात्र-छात्राओं के लिए महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में रक्तदान शिविर आयोजित किए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने वर्चुअल माध्यम से सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की समीक्षा की। उन्होंने सभी सीएमओ को शत-प्रतिशत टीबी रोगियों को गोद लेने के लिए एक सप्ताह के भीतर नि-क्षय मित्र बनाने के निर्देश दिए। साथ ही नि-क्षय मित्र के शीघ्र लिंकेज करने को भी कहा। डा. रावत ने कहा कि उत्तराखंड देश का दूसरा राज्य है जहां सर्वाधिक नि-क्षय मित्र बनाए गए हैं।



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