उत्तराखंड

साफ नीयत, कुशल नेतृत्व, शानदार नतीजे, पहली बार कोई विवाद नहीं, भ्रष्टाचार का आरोप नहीं, रिकार्ड समय में पीसीएस परीक्षा का रिजल्ट

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देहरादून । उत्तराखंड में पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट इस बार भी चर्चा में है लेकिन इस बार सकारात्मक कारणों से। पहला कारण, लोक सेवा आयोग ने पहली बार रिजल्ट रिकार्ड समय में घोषित कर दिया। अभ्यर्थियों को रिजल्ट के लिए अधिक समय इंतजार नहीं करना पड़ा। दूसरा कारण, इस बार परीक्षा साफ-सुथरी हुई। यानी परीक्षा में अनियमिताओं की कोई शिकायत नहीं मिली। एक सवाल को लेकर संशय था तो तुरंत उस पर कार्रवाई हुई और मेरिट लिस्ट भी तुरंत संशोधित कर दी गयी। आयोग के पदाधिकारियों और अफसरों पर अपने रिश्तेदारों या चहेतों को रोजगार देने का आरोप लगता था लेकिन इस बार एक भी अफसर के रिश्तेदारों की नियुक्ति नहीं हो पाया। परीक्षा पूर्ण रूप से पारदर्शी रही।

ऐसा इसलिए संभव हो पाया कि इस बार उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की कमान डा. राकेश कुमार के पास है। पूर्व आईएएस राकेश कुमार बेहद ईमानदार और शालीन माने जाते हैं। नौकरशाही के तीन दशक के सफर में उनकी छवि प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार तक एक बेहद ईमानदारी नौकरशाह के तौर पर रही है।

ऐसा नहीं हैं कि आयोग के सदस्यों और उससे जुड़े जिम्मेदार अफसरों के रिश्तेदारों ने परीक्षा नहीं दी, उन्होंने परीक्षा दी लेकिन सलेक्शन नहीं हो पाया। ये रिश्तेदार यदि सफल होते हैं तो उन्हें अपनी योग्यता के आधार पर ही जगह बनानी होगी। क्योंकि अब आयोग की कमान एक कर्मठ, स्वच्छ छवि और बेहद ईमानदार अध्यक्ष के हाथ में है।

भूल सुधार का 452 अभ्यर्थियों को मिला सीधा लाभ

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की उत्तराखंड सम्मिलित राज्य सिविल प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा-2021 की प्रारंभिक परीक्षा के परिणामों में परिर्वतन किया गया है। इसका कारण परीक्षा में एक सवाल का जवाब गलत दर्ज होना था। आयोग ने इसे अपनी गलती मानते हुए सुधार किया तो 452 अभ्यर्थियों को इसका सीधा लाभ मिला और वो मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित हो गए। आयोग सचिव कर्मेंद्र सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि आयोग ने परीक्षा परिणामों में सुधार करते हुए इसे आयोग की वेबसाइट पर डाला है। बताया कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने 26 मई को पीसीएस प्री परीक्षा का रिजल्ट और कटआफ जारी किया था। लेकिन, सीरीज-ए में सवाल नंबर-150 में लिपिकीय त्रुटि की वजह से सवाल का जवाब ‘बी’ के स्थान पर ‘डी’ अंकित हो गया था। अब इस गलती में सुधार करते हुए आयोग ने संशोधित आंसर की, संशोधित कटआफ और इस सुधार से नया अतिरिक्त रिजल्ट जारी किया है।

इस रिजल्ट से समेकित पदों के लिए 312, सहायक निदेशक कारखाना के तीन, उप निबंधक श्रेणी-दो में एक, जिला सूचना अधिकारी में तीन, सहायक निदेशक उद्यान में एक, जिला परिवीक्षा अधिकारी में सात, उप शिक्षा अधिकारी में 97, सहायक निदेशक संस्कृत में दो, सहायक निदेशक सांख्यिकी में एक, सहायक निदेशक रसायन में एक, सहायक निदेशक कृषि में एक, अधीक्षक राजकीय प्रमाणित संस्था में पांच और बाल विकास परियोजना अधिकारी के पदों के लिए 18 अतिरिक्त उम्मीदवारों का चयन पीसीएस मुख्य परीक्षा के लिए हो गया है।



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